क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव ‘ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ का आगाज
गूगल फॉर्म’ पर देनी होगी आर्टिस्ट की डिटेल
सरकार कर रही है हर विधा के कलाकारों का डेटा तैयार
जयपुर राजस्थान के कलाकारों का डेटाबेस एकत्र करने के लिए डिजिटल पहल के रूप में कला एवं संस्कृति विभाग और जवाहर कला केंद्र ने मिलकर शनिवार को जेकेके के फेसबुक पेज पर क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव ‘ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ की शुरुआत की। लॉन्च के दौरान डेटा सबमिशन के लिए ‘गुगल फॉर्म’ को भरने के तरीकों को भी बताया गया। इस कैम्पेन में 10 नवम्बर तक आर्टिस्ट्स अपनी जानकारी भरकर भेज सकेंगे। इस अवसर पर विभाग के मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि कला के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए कलाकार से संबंधित सूचनाओं का संग्रहण प्राथमिक आवश्यकता है। सूचना की कमी के कारण हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति में पीछे रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि डेटा को साइंटिफिकली इकट्ठा करने की विभाग की यह पहल कला और कलाकारों के संवर्धन और संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।
Link For Artists :- https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLScYcHz6JLxW-YhJjmKD7E48Mq5g9yNRJ11jg8YifM8PQ9obsQ/viewform
33 जिलों और 7 संभाग के कलाकार
विभाग की प्रमुख शासन सचिव मुग्धा सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार इस अभियान की शुरुआत हुई है। यह पहल राजस्थान के सभी 33 जिलों और 7 संभाग के कलाकारों के डेटा एकत्र करने की सुविधा प्रदान करेगी। यह वास्तव में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ दूरदराज के स्थानों में रहने वाले कलाकारों से जुड़ने का एक शानदार अवसर है। राजस्थान का कोई भी कलाकार जो विजुअल आर्ट, परफॉर्मिंग आर्ट, लिटरेरी आर्ट, लुप्त होती कलाओं, ट्राइबल आर्ट आदि में निपुण हो अपनी जानकारी प्रस्तुत कर सकते हैं।
वन-स्टॉप डेस्टिनेशन
सिन्हा ने बताया कि यह पहल कला और तकनीक का संगम है। यह डेटा इकट्ठा करने और जोड़ने के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में काम करेगा। यह कलाकारों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने और विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने में भी मदद करेगा। इस पहल से कलाकारों का सम्मान करने में मदद मिलेगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें आवश्यक सहायता भी मिल सकेगी। यह उभरते कलाकारों के लिए एक शानदार अवसर और स्थापित कलाकारों के लिए एक मंच है।